सफेद दाग Leucoderma Vitiligo
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सफेद दाग को ल्यूकोडर्मा (Leucoderma) या विटिलिगो (Vitiligo) के नाम से भी जाना जाता है।
विटिलिगो एक ऐसा विकार होता है ! जिससे शरीर के विभिन्न भागों की त्वचा पर सफेद दाग बनने लगते हैं।
सफेद दाग कोई दर्दनाक बीमारी या रोग नहीं है ! और ना ही इसके स्वास्थ्य से जुड़े कोई अन्य दुष्प्रभाव हैं ! हालांकि, इसके भावनात्मक और मनोवैज्ञानिकी परिणाम हो सकते हैं।
सफेद दाग के प्रकार – Types of Vitiligo (Leucoderma)
विटिलिगो के प्रकार, दाग के रंग (फीका पड़ा हुआ या गहरा) और उसके आकार पर निर्भर करते हैं। इनमें कुछ प्रकार शामिल हैं:
- शरीर के सिर्फ एक हिस्से में या किसी एक भाग में – विटिलिगो के इस प्रकार को सेगमेंटल विटिलिगो (Segmental vitiligo) कहा जाता है, यह खासतौर पर कम उम्र में ही हो जाता है, जो एक या दो साल तक बढ़ता रहता है और फिर बंद हो जाता है।
- एक हिस्से में या सिर्फ कुछ ही हिस्सो में – इस प्रकार के विटिलिगो को स्थानीयकृत (Localized /focal) विटिलिगो कहा जाता है।
- कई हिस्सो में – सफेद दाग के सबसे सामान्य प्रकार को सामान्यकृत विटिलिगो (Generalized vitiligo) कहा जाता है, इसमें शरीर के किसी भाग पर हुए सफेद दाग, शरीर के अन्य भागों में फैलने लगते हैं।
सफेद दाग (विटिलिगो) के लक्षण – Vitiligo (Leucoderma) Symptoms
सफेद दाग का मुख्य लक्षण त्वचा के रंग का कुछ -कुछ जगहों पर फीका पड़ जाना या सफेद पड़ जाना होता है। आम तौर पर इस रोग में सूरज की किरणों के संपर्क में आनी वाली त्वचा को ज्यादा नुकसान होता है, जैसे हाथ, पैर, भुजा, चेहरा और होंठ आदि।
इसके अलावा सफेद दाग के लक्षणों में ये भी शामिल होते हैं –
- त्वचा के रंग का फीका पड़ जाना या सफेद हो जाना।
- समय से पहले सिर के बाल, दाढ़ी, भौहें व पलकें आदि के बालों का रंग उड़ जाना या सफेद हो जाना।
- नाक और मुंह के अंदर त्वचा की परत के ऊतकों यानी टिश्यू का रंग हल्का हो जाना या सफेद हो जाना।
- नेत्रगोलक यानी रेटिना की अंदरूनी परत का रंग फीका पड़ जाना।
- यह बताना मुश्किल होता है कि सफेद दाग का रोग कितना बढ़ सकता है। कई बार बिना किसी उपचार के ही नए दाग बनना बंद हो जाते हैं। लेकिन, ज्यादातर मामलो में ये सफेद दाग बढ़ते रहते हैं और अंत में शरीर के लगभग सभी हिस्सों में फैल जाते हैं।
सफेद दाग के कारण – Vitiligo (Leucoderma) Causes
त्वचा में सफेद दाग तब बनने लगते हैं, जब रंग उत्पादन करने वाली कोशिका (Melanocytes) जो हमारे बाल, त्वचा, होंठ आदि को रंग प्रदान करती है, वह काम करना बंद कर देती हैं या नष्ट हो जाती है। इस रोग में दाग की त्वचा का रंग हल्का पड़ जाता है या सफेद हो जाता है।
सफेद दाग का इलाज – Vitiligo (Leucoderma) Treatment
विगत कई वर्षो से डॉ प्रतीक चौहान सफेद दाग Vitiligo (Leucoderma) का 80% सफलता की दर से होमियोपेथी दवाओ से रोगियों का उपचार कर रहे हैं | रोगी के सभी लक्षणो को ध्यान से समझ कर , बारीक लक्षणो को बारीकी से परख कर , मानसिक व सम्पूर्ण शरीर के लक्षणो की होमियोपेथी दवा के लक्षणो से मिला कर , दवा देते हैं |
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होमियोपेथी दवा का चयन रोगी के शरीर , मन व भावनात्मक लक्षणो पर किया जाता है ! अगर आप अपने स्वस्थ्य के बारे मे विचार विमर्श करना चाहते हैं ! तो आप डॉक्टर साहब के क्लीनिक पर आयें , अथवा ऑनलाइन consultation यानि परामर्श ले सकते हैं !
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